थिरकन परिवार मे आपका स्वागत है। * अगर आपकी रुचि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों मे है तो आप हमें ई-मेल करें- thirkan@gmail.com * थिरकन सफलतापूर्वक उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड़ मे कार्य कर रही है * थिरकन संगीत और नृत्य कार्यशाला का आयोजन करेगी * थिरकन ने बनाया क्लॉथ बैंक * थिरकन ने कराया गरीब कन्याओं का विवाह * थिरकन चला रही है पुलिस के साथ मिलकर परिवारों को एक करने का अभियान *

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Friday, July 1, 2011

THIRKAN Celebrate Environment Day


THIRKAN Welfare Association® celebrate world environment day with poor and needy children at GDA Park, Sec-5, Vaishali, GZB (UP). Volunteers Plant a many trees in the Park. On this occasion President Mrs. Snehlata Singh, Secretary & TV Anchor Nandini Singh, Baby Khushi, Social Worker Sachin Sharma, Mrs Priyanka Singh, Choreographer Sam William, Sahil, Ehsaan & Other Children was present. THIRKAN distribute the candies & biscuits to Children. 

Wednesday, January 26, 2011

थिरकन का गणतन्त्र दिवस

हर बार की तरह इस बार भी सामाजिक संस्था थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) के स्वंयसेवियों ने गणतन्त्र दिवस अलग अन्दाज़ मे मनाया।
संस्था के स्वंयसेवी सुबह ही वैशाली सेक्टर-4 की झुग्गियों मे पंहुच गये। और वहां रहने वाले बच्चों को राष्ट्रीय ध्वज की महत्ता बताते हुये सभी को छोटे-छोटे राष्ट्र ध्वज भेंट किये। भारत माता की जय के नारे लगाये जाने के साथ ही झुग्गियों और फुटपाथ पर रहने वाले इन बच्चों को थिरकन की और से मिठाई, फल, टॉफियां और पिनट्स का वितरण किया गया। ये सब सामान पाकर बच्चे खासे उत्साहित दिखाई दिये।
संस्था की सचिव और प्रख्यात टीवी एंकर नन्दिनी सिंह ने इन गरीब बच्चों को गणतन्त्र दिवस के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। संस्था सचिव ने उन बच्चों की प्रशंसा भी की जो थिरकन द्वारा संचालित निशुल्क स्कूल मे आकर पढ रहे हैं। इस मौके पर प्रियंका सिंह, ममता सिद्धार्थ, बेबी खुशी, प्रियंका, मिनी के अलावा साहिल, गुड्डु, अंगुरी, एकलाल, तारा, अहसान आदि उपस्थित थे।

Saturday, January 1, 2011

थिरकन ने गरीबों के साथ मनाया नया साल



वैशाली और कौशाम्बी की झुग्गियों मे रहने वाले लोगों के लिये नये साल का पहला दिन सौगात लेकर आया। प्रख्यात सामाजिक संस्था थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.)  ने नया साल यहां की झुग्गियों मे रहने वालों के साथ मनाया। थिरकन के सदस्यों ने यूरोप, अमेरिका की मशहूर फैशन डिज़ाइनर और सोशल एक्टिविस्ट सन्जना जॉन के साथ यहां लगभग 250 लोगों को कपड़े और खाने का सामान वितरित किया।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार थिरकन के स्वंयसेवी शनिवार की दोपहर कौशाम्बी के सेक्टर-14 की झुग्गियों मे पंहुचे और उसके बाद वैशाली सेक्टर-4 की झुग्गियों मे वितरण का काम किया। उनके साथ मशहूर फैशन डिज़ाइनर सन्जना जॉन और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कैप्टन एम.एम.बेग भी मौजूद थे। थिरकन क्लॉथ बैंक की ओर से पहले महिलाओं, बच्चों और बाद में पुरुषों को कपड़े वितरित किये गये। बाद मे बच्चों को खाने का सामान वितरित किया गया। इस मौके पर सन्जना जॉन ने थिरकन के कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि नये साल की शुरूआत इस से बेहतर नही हो सकती। गरीब और मजबूर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाना ही थिरकन का मकसद है और उसमें हम सभी को शामिल होना चाहिये। गाज़ियाबाद के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कैप्टन एम.एम.बेग ने कहा कि थिरकन समाज सेवा, शिक्षा और स्वास्थ जागरुकता को लेकर कई सालों से काम कर रही है। इस तरह के निस्वार्थ काम थिरकन  को दूसरे संगठनों से अलग बना देते हैं। उन्होने दूसरी संस्थाओं को थिरकन से प्रेरणा लेने की सलाह भी दी।

      थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) की अध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता सिंह ने बताया कि पिछले नौ सालों से उनकी संस्था बिना किसी सरकारी आर्थिक मदद के समाज हित के कार्य कर रही है। संस्था की सचिव और टीवी एंकर नन्दिनी सिंह ने बताया कि त्यौहार हो या कोई पर्व, थिरकन की कोशिश यही रहती है कि उन लोगों के साथ खुशियां बांटी जायें जो गरीब और बेसहारा हैं। उन्होने बताया कि वर्तमान मे संस्था करीब बीस गरीब बच्चों को शिक्षा दिलाने का काम भी कर रही है। ये सारे कार्य संस्था सदस्यों और सहयोगियों की मदद से किये जा रहे हैं। अन्त मे उन्होने लोगों से पुराने कपड़े थिरकन क्लॉथ बैंक को दान करने की अपील करते हुये सभी सहयोगियों और मेहमानों का आभार जताया। कार्यक्रम में संस्था की ओर से बेबी खुशी, श्रीमती प्रियंका सिंह, अमोद कुमार, देशरत्न, स्निगधा शर्मा, श्रीमती नीलम, अनवर अली, सुमन चौधरी, ममता सिद्धार्थ, प्रियंका, साकेत जैन, प्रीति जैन, श्रीमती अन्जना वशिष्ठ, हसीब खान आदि का सहयोग रहा।

Friday, December 31, 2010

HAPPY NEW YEAR 2011


May this year 2011 be

A year of health & Happiness

A year of wealth & Wisdom

A year of Peace & Prosperity

A year of Glee & Glow

And also a year of Love & laughter.....

Wish You Very HAPPY NEW YEAR

Sunday, December 12, 2010

थिरकन और सन्जना की “सेव गर्ल चाइल्ड” मुहीम

हमारे देश मे आज भी कन्या भ्रूण हत्या के मामले आये दिन सामने आते रहते हैं। आज़ादी के 60 साल बीत जाने के बावजूद आज भी इस बेरहम परम्परा के प्रति लोगों मे जागरुकता की कमी नज़र आती है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के मकसद से थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) और भारत, यूरोप की मशहूर फैशन डिज़ाइनर सन्जना जॉन मिलकर सेव गर्ल चाइल्ड मुहीम चला रहे हैं। इसी मुहीम के तहत रविवार को मेहरौली के एक फार्म हॉउस मे सन्जना जॉन के नेतृत्व मे सेव गर्ल चाइल्ड कैम्पेन फोटो शूट किया गया। इस शूट मे देश के मशहूर मॉडलिंग फोटोग्राफर शमीम अख्तर ने सेव गर्ल चाइल्ड़ थीम को कैमरे मे कैद किया। इस शूट मे सन्जना के अलावा चाइल्ड मॉडल बेबी खुशी और अन्य छः मॉडल्स ने भाग लिया। ये सारे फोटो अलग-अलग वेबसाइटस् और मैगज़ीनस् के ज़रीये लोगों को सेव गर्ल चाइल्ड का सन्देश देगें। बॉलीवुड़ स्टॉर सलमान खान की चैरीटी संस्था Being Human के साथ काम कर रही मशहूर फैशन डिज़ाइनर सन्जना जॉन ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या दुनिया का सबसे बड़ा पाप है। इसे रोकने के लिये हम सभी को अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिये। उन्होने थिरकन के काम की सराहना करते हुये कहा कि जिस तरह से ये संस्था बिना किसी सरकारी मदद के समाज सेवा और जागरुकता के काम कर रही है वो दूसरी संस्थाओं के लिये प्रेरणादायक है। उन्होने अपील करते हुये कहा कि लोगों को ऐसी संस्थाओं की मदद के लिये आगे आना चाहिये।

थिरकन की सचिव और टीवी एंकर नन्दिनी सिंह ने बताया कि एसोसिएशन लगातार यूपी और एनसीआर मे शिक्षा और स्वास्थ जागरुकता को लेकर काम कर रही है। इसी के चलते गाज़ियाबाद के वैशाली की झुग्गियों मे रहने वाले गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी दी जा रही है। इसके अलावा संस्था के क्लॉथ बैंक के ज़रीये सैंकड़ों गरीब बेसहारा लोगों को कपड़े बांटने का काम किया जा रहा है। संस्था की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहलता सिंह ने बताया कि सेव गर्ल चाइल्ड़ कैम्पेन आगे भी जारी रहेगा। उन्होने जानकारी देते हुये बताया कि थिरकन और सन्जना जॉन जनवरी 2011 मे एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगें।

सेव गर्ल चाइल्ड़ फोटो शूट के दौरान ताज एसोसिएशन फॉर आर्ट, कल्चर एण्ड हैरीटेज का सहयोग रहा। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश थापर, उपाध्यक्ष अरुण के खन्ना, नीना गुलाटी, शकील अख्तर, दीप्ती, प्रियंका, ममता सिद्धार्थ और संदीप कुमार आदि मौजूद रहे।

Wednesday, December 1, 2010

थिरकन ने वैशाली में बांटे कपडे

वैशाली। प्रदेश की जानी-मानी सामाजिक संस्था थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) का सेवा अभियान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। संस्था पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश और एनसीआर के अलग-अलग शहरों मे समाज सेवा के कार्य करती आ रहा है। इसी सिलसिले को जारी रखते हुये थिरकन क्लॉथ बैंक ने वैशाली सेक्टर-4 की झुग्गियों मे रहने वाले परिवारों को कपड़े बांटे।
सेक्टर-4, बिजलीघर पार्क के साथ करीब 40 झुग्गियां हैं जहां लगभग 120 लोग रहते हैं। सामाजिक संस्था "थिरकन" के क्लॉथ बैंक ने यहां पहले सर्वे किया और उसके बाद आज यहां महिलाओं और पुरुषों को कपड़े वितरित किये। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कैप्टन एम.एम.बैग ने कार्यक्रम में पंहुचकर संस्था के सदस्यों के साथ मिलकर कपड़े बांटें। एस.पी. कैप्टन एम.एम.बैग ने थिरकन के कार्यों की सरहना करते हुये कहा कि वो पिछले लगभग पांच सालों से थिरकन के कामों को देख रहे हैं। उन्होने कहा कि जिस तरह से थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रही है वो दूसरों के लिये प्रेरणादायक है। उन्होने थिरकन स्कूल मे गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिये जाने को भी सराहा। कार्यक्रम मे आये वरिष्ठ पत्रकार एंव राजनैतिक चिन्तक यूसुफ अन्सारी ने कहा कि थिरकन का जो मकसद है वो नेक है। लोगों को संस्था की मदद के लिये आगे आना चाहिये।
संस्था की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहालता सिंह ने बताया कि थिरकन पिछले नौ सालों से बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के कार्य कर रही है। इस दौरान संस्था ने बेसहारा गरीब बच्चों की पढाई का जिम्मा लेने के साथ-साथ स्वास्थ जागरुकता के कार्यक्रम भी आयोजित किये हैं। संस्था के सदस्यों की मदद से ही कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं। संस्था सचिव एंव टीवी एंकर नन्दिनी सिंह ने बताया कि संस्था का क्लॉथ बैंक असहाय और गरीब लोगों का तन ढकने के लिये हर सम्भव कोशिश मे जुटा है। इस बैंक को कोई भी अपने पुराने या छोटे हो चुके कपड़े दान कर सकता है। ज़रुरत इस बात की है कि शहर के लोगों को ऐसी संस्थाओं की मदद के लिये आगे आना चाहिये।
इस मौके पर संस्था के सदस्य संदीप कुमार, प्रियंका सिंह, कु.ममता सिद्धार्थ, एसआई संजीव कुमार, हसीब खान, खुशी, प्रियंका शर्मा और श्रीमती शबनम अन्सारी आदि का सहयोग रहा।

Sunday, November 14, 2010

थिरकन ने मनाया बाल दिवस

सामाजिक एंव सांस्कृतिक संस्था थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) का मिशन लगातार आगे बढ़ रहा है। संस्था बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के गरीब, मजबूर औऱ बेसहारा लोगों की मदद मे जुटी हुई है। संस्था ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु का जन्मदिन वैशाली की झुग्गियों मे रहने वाले बच्चों के साथ मनाया।
बाल दिवस के मौके पर थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन ने वैशाली सेक्टर-4 की झुग्गियों मे रहने वाले बच्चों को फल और मिठाईयां बांटी। इस मौके पर संस्था ने बच्चों के अधिकारों और शिक्षा के अधिकार की मांग को दर्शाते पोस्टर भी बांटें। संस्था की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहलता सिंह ने कहा कि बाल दिवस मनाने के पीछे बाल विकास और शिक्षा को लेकर जागरुकता सबसे अहम मकसद था लेकिन वक्त के साथ-साथ ये मकसद कहीं खो गया है। यही वजह है कि आज हमारे देश में लाखों बच्चों को बालश्रम मे धकेल दिया जाता है। संस्था अध्यक्ष ने अपील करते हुये कहा कि बच्चों को समान रुप से शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिये। ताकि उनका आने वाला कल सुरक्षित और उज्जवल हो।
थिरकन की सचिव और प्रख्यात टीवी एंकर नन्दिनी सिंह ने बच्चों को संदेश देते हुये कहा कि जब मानव का जन्म होता है तो वो केवल कोरा कागज़ होता है लेकिन शिक्षा पा लेने के बाद वो ज्ञान की किताब बन जाता है। कहने का मतलब ये है कि शिक्षा और ज्ञान एक आम इन्सान को बेहतर नागरिक बना देते हैं जो दूसरों की ज़िन्दगी मे भी ज्ञाम की रोशनी कर सकता है।
इस मौके पर संस्था की अध्यक्ष स्नेहलता सिंह और सचिव नन्दिनी सिंह के अलावा सन्दीप सिंह और ममता सिद्धार्थ ने स्लम एरिया के बच्चों को फल और मिठाईयां बांटी। कार्यक्रम मे भागेदारी करने वाले बच्चों में गुड्डू, शबाना, अज़ीम, चाँदनी, साहिल एहसान, तारा, रोशनी, रुही, अंगूरी और वन्दना आदि के नाम प्रमुख हैं। इस दौरान थिरकन स्कूल मे पढ़ने वाले बच्चों की उपस्थिति भी खास रही।

Friday, November 12, 2010

Do You Know?


Do you know that according to RTE, all children between the ages of 6 and 14 shall have the right to free and compulsoryelementary education at a neighborhood school. There is no direct (school fees) or indirect cost (uniforms, textbooks, mid-day meals, transportation) to be borne by the child or the parents to obtain ...elementary education. The government will provide schooling free-of-costuntil a child’s elementary education is completed.” Share this with your friends and family. Please log on to- www.thirkanthengo.blogspot.com

Saturday, November 6, 2010

“थिरकन” की दिवाली


“थिरकन” की हमेशा ये कोशिश रही है कि किसी भी बड़े पर्व की खुशियां उन लोगों के साथ बांटी जायें जिनके पास पर्व मनाने के लिये आर्थिक साधन नही हैं। हर साल इसी संकल्प के चलते “थिरकन” ऐसे लोगों तक पंहुचने के प्रयास करती है। इस बार दिवाली का त्यौहार “थिरकन” ने गाज़ियाबाद के उन बच्चों के साथ मनाया जो झुग्गियों और सड़कों पर रहने को मजबूर हैं।
देश मे ऐसे लाखों बच्चें है जो गरीबी और मजबूरी के चलते अपने त्यौहार नही मना पाते। लेकिन आपकी एक कोशिश उन चेहरों पर मुस्कान ला सकती है। “थिरकन” पिछले नौ सालों से बिना किसी सरकारी आर्थिक मदद के अपने मिशन को आगे बढा रही है। जिसमें गरीब बच्चों के लिये फ्री स्कूल और क्लॉथ बैंक जैसे काम शामिल हैं। इस बार दिवाली पर “थिरकन” ने गाज़ियाबाद के वैशाली इलाके की झुग्गियों मे रहने वाले करीब पच्चीस बच्चों को उपहार दिये। उपहार की शक्ल मे मिठाई, फल, खील बताशे और पटाखे शामिल थे। बच्चें “थिरकन” से ये उपहार पाकर काफी खुश दिखाई दिये। “थिरकन” की ओर से इन बच्चों के परिवार वालों को भी मिठाई भिजवाई गयी। इस तरह से “थिरकन” ने इस दिवाली के त्यौहार पर कई चेहरों पर खुशियों की रोशनी लाने की कोशिश की। संस्था की ये कोशिश लगातार जारी रहेगी। “थिरकन” आप सभी से अपील करती है। इस तरह के बच्चों की मदद के लिये आगे आयें। क्योंकि आपका छोटा सा सहयोग किसी बच्चे के लिये एक बड़ी मदद साबित हो सकता है। आप “थिरकन” को किसी भी प्रकार से सहयोग कर सकते हैं। आप अपने पुराने और छोटे हो चुके कपड़े भी “थिरकन” क्लॉथ बैंक को दान कर सकते हैं। “थिरकन” को सहयोग करने के लिये आप हमें thirkan@gmail.com पर लिखें या फिर http://www.thirkanthengo.blogspot.com/ पर लॉगइन करें। हमारा मकसद कुछ मासूम चेहरों पर मुस्कान।

Friday, October 29, 2010

गरीब बच्चों के लिये थिरकन स्कूल

थिरकन वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) लगातार अपने मिशन को जारी रखे हुये है। थिरकन के मिशन को आगे बढाने के लिये संस्था के सदस्यों और सहयोगियों का बड़ा योगदान रहता है। अपने पिछले नौ सालों के सफर में थिरकन ने कई काम किये हैं जो समाज के लिये उपयोगी साबित हो रहे हैं। थिरकन ने इसी मकसद के चलते क्लॉथ बैंक की स्थापना की और सैंकड़ों गरीब बेसहारा लोगों को तन ढकने के लिये कपड़े और ज़रुरत का सामान भी दिया। इन सभी कामों के साथ थिरकन ने गरीब, बेसहारा और फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों में ज्ञान की अलख जलाने के लिये थिरकन स्कूल की शुरुआत की। पहले से सफलतापूर्वक 12 बच्चों की शिक्षा की ज़िम्मेदारी उठाने वाली संस्था थिरकन ने गाज़ियाबाद के वैशाली मे 15 बच्चों को पढाने का काम शुरु किया है। ये सभी बच्चे झुग्गियों और फुटपाथ पर रहने वाले हैं। इन्हे पढाने के लिये स्टेशनरी का सारा सामान भी थिरकन ने निशुल्क उपलब्ध कराया है। इन बच्चों को पढाने की ज़िम्मेदारी खुद संस्था की सचिव श्रीमती नन्दिनी सिंह ने ली है। जो टीवी पत्रकारिता के साथ-साथ शिक्षण का लम्बा अनुभव रखती हैं। थिरकन सभी लोगों से अपील करती है कि समाज मे रहने वाले जो लोग सक्षम हैं वो ऐसे लोगों की मदद के लिये आगे आयें ताकि कुछ लोगों की ज़िन्दगी मे शिक्षा का उजाला हो सके। अगर आप ऐसे बच्चों की मदद करना चाहते हैं तो हमें thirkan@gmail.com पर लिखें या http://www.thirkanthengo.blogspot.com/ पर लॉग ऑन करें।